shiv chalisa lyrics in gujarati pdf - An Overview
shiv chalisa lyrics in gujarati pdf - An Overview
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कीन्ही दया तहं करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला । जरे सुरासुर भये विहाला ॥
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
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शबरी सँवारे रास्ता आएंगे राम जी - राम भजन
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
शंकर हो website संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
जय गणपति सदगुण सदन, कविवर बदन कृपाल। विघ्न हरण मंगल करण, जय जय गिरिजालाल॥
. शिव चालीसा लिरिक्स के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न होते हैं
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
वैसे तो आप शिव चालीसा को किसी भी दिन बोल सकते हैं, लेकिन रविवार, सोमवार तथा बुधवार को भगवान शंकर जी की चालीसा करने का बड़ा महत्व बताया गया.
जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल। दीनन के दुख दूर करि...
अंत काल रघुबर पुर जाई। जहां जन्म हरिभक्त कहाई।।